CM Yogi Yojana List: सीएम योगी योजना सूची 2024 हिंदी में | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की योजनाएं | योगी योजना 2023-24 | उत्तर प्रदेश, देश का सबसे जनसंख्या वाला राज्य, राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसे ही उत्तर प्रदेश जैसे प्रमुख राज्य विकास की दिशा में आगे बढ़ते हैं, राष्ट्र की समग्र प्रगति अपरिहार्य है।
इसलिए, इन राज्यों को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना महत्वपूर्ण है। वर्तमान में, उत्तर प्रदेश का प्रशासन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में है। उनके मार्गदर्शन में, राज्य ने विभिन्न योगी योजनाओं की शुरुआत की है जो क्षेत्रभर में विकास को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती हैं।
यदि इन परियोजनाओं को वास्तव में लागू किया जाए, तो देश एक नए विकास की ओर बढ़ सकता है। हमने इस लेख में प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की जा रही योजनाओं का विस्तृत विवरण दिया है. आप इस लेख को पढ़कर जान सकते हैं कि योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में कौन सी सरकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं।
2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद, योगी आदित्यनाथ ने योगी योजना के तहत कई नई कल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया है जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के निम्न वर्ग, पिछड़े वर्ग, निम्न वर्ग और युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योगी योजना के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो लेख को अंत तक पढ़ें।
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योगी योजना लिस्ट 2024
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में कई सरकारी योजनाओं या योगी योजनाओं को शुरू किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्यवासियों को महत्वपूर्ण सुविधाएँ प्रदान करना है और बेरोजगारी और बच्चों की शिक्षा की समस्याओं को हल करना है। राज्य में सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए योगी योजनाएं शुरू की गईं, जो सभी धर्मों, जातियों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को लक्षित करती थीं। नीचे हमने प्रमुख सरकारी योजनाओं और योगी योजनाओं के बारे में बताया है; यूपी सरकार की योजनाओं को यहां देख सकते हैं।
Yogi Yojana 2024 का परिचय
योजना का नाम | Yogi Yojana |
इनके द्वारा शुरू की गयी | मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के द्वारा |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
लाभार्थी | यूपी के निवासी। |
उद्देश्य | विभिन्न सरकारी योजनाएं लोगों तक पहुँचाना। |
उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता
आज भी हमारे देश में पढ़े लिखे लोग बेरोजगार हैं। ऐसे लोगों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी बेरोजगारी भत्ता योजना को शुरू किया है. इस योजना के अंतर्गत, बारहवीं से स्नातक करने वाले बेरोजगारों को राज्य सरकार द्वारा रोजगार नहीं मिलने तक हर महीने 1000 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक की बेरोजगारी भत्ता दी जाएगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य देश के शिक्षित बेरोजगार लोगों को लाभ पहुंचाना है जो नौकरी नहीं मिलने के कारण सरकारी और गैर सरकारी पदों पर आवेदन नहीं कर पाते हैं। आपको बता दें कि नौकरी मिलने तक इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के लोग ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
इस योजना की पूरी प्रक्रिया और आवेदन
श्रमिक पंजीकरण यूपी
यूपी सरकार ने हमारे कर्मचारी भाइयों के लिए एक कर्मचारी पंजीकरण कार्यक्रम शुरू किया है। जो यूपी के सभी कर्मचारियों को रजिस्टर करेगा और सरकारी कार्यक्रमों का लाभ लेगा। यूपी सरकार इस योजना के माध्यम से लाभार्थी को 12000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये तक का धन देगी। उत्तर प्रदेश में काम करने वाले सभी लोग इस योजना में पंजीकृत होने के लिए आवेदन कर सकते हैं। श्रमिक वर्ग इस योजना से 17 सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकता है।
यूपी श्रमिक पंजीकरण करवाकर सभी कर्मचारियों को सरकारी कार्यक्रमों का लाभ मिल सकेगा, चाहे वे संगठित या असंगठित क्षेत्र में काम करें। इसमें कई योजनाएं शामिल हैं, जैसे मेधावी छात्र पुरस्कार योजना, शिशु हिट लाभ योजना, कन्या विवाह योजना, चिकित्सा सुविधा योजना, आवासीय विद्यालय, मातृत्व लाभ योजना, गंभीर बीमारी लाभ योजना, पेंशन सहायता योजना, निर्माण कामगार अंत्योष्टि, अक्षमता पेंशन योजना, मृत्यु एवं विकलांग सहायता योजना, कौशल विकास तकनीकी योजना,
इस योजना की पूरी प्रक्रिया और आवेदन
गन्ना पर्ची कैलेंडर यूपी
यूपी सरकार ने भाग्यलक्ष्मी नामक कई योजनाओं को शुरू किया है जो गरीब परिवारों की बेटियों की पढ़ाई, विवाह आदि से जुड़ी हैं। बेटी के जन्म होने पर गरीब परिवार को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गर्भवती महिलाओं को बेटी के जन्म पर 5100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
यूपी सरकार इस योजना के माध्यम से विभिन्न किश्तों में 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। जब बेटी छठी कक्षा में जाएगी, उसे तीन हजार रुपये की किश्त दी जाएगी; आठवीं कक्षा में पांच हजार रुपये; दसवीं कक्षा में सात हजार रुपये; और बारहवीं कक्षा में बारह हजार रुपये।
इसके अलावा लड़की के 21 साल के होते ही 2 लाख रुपयों की राशि लाभार्थी के खाते में राज्य सरकार द्वारा जमा कर दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य गरीब घर की लड़कियों को पढ़ने के लिए आर्थिक मदद देना तथा भ्रूण हत्या को रोकना भी है ताकि गरीब वर्ग के लोग बेटियों को बोझ न समझें और सरकार द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता से उन्हें भी पढ़ने लिखने का अवसर मिल सकें।
मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2018 में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना शुरू की। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 18 से 40 साल के शिक्षित लोगों को रोजगार के लिए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिसमें सरकार उद्योग क्षेत्र को 25 लाख रुपये और सेवा क्षेत्र को 10 लाख रुपये देगी।
इसके अलावा, सरकार 25 प्रतिशत की मार्जिन मनी सब्सिडी भी देगी। जिसमें सरकार युवाओं को 6.25 लाख की मार्जिन मनी उद्योगों के लिए और 2.50 लाख की मार्जिन मनी सेवा क्षेत्रों के लिए देगी।
योजना का लक्ष्य देश में बेरोजगार लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि उन्हें खुद का रोजगार बनाने के लिए बाहर से पैसा नहीं लगाना पड़े। आपको बताना चाहेंगे कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला, दिव्यांग और पिछड़ी जाति को 5 प्रतिशत और सामान्य जाति को 10 प्रतिशत का योगदान देना होगा।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना
यूपी सरकार ने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना को शुरू किया है, जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों की बेटियों को विवाह करना है। जिसमें सरकार एक विवाहित जोड़े के विवाह पर 35 हजार रुपये खर्च करती है, जिसमें से 20 हजार रुपये सीधे लाभार्थी के खाते में भेजे जाते हैं, और 10 हजार रुपये के गिफ्ट्स भी दिए जाते हैं, जिनसे विवाहित जोड़ा कपड़े, जेवर या घरेलू सामान खरीद सकता है। जेम पोर्टल से गिफ्ट्स खरीद सकते हैं।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का उद्देश्य है कि गरीब वर्ग के लोगों को उनकी बेटियों की शादी को बोझ नहीं समझना पड़े और उन्हें पढ़ने-लिखने का अवसर मिले। सरकार गरीब वर्ग की बेटियों की शादी के लिए सामूहिक विवाह करवाकर उनकी सहायता करती है।
इस योजना से उत्तर प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर और बीपीएल श्रेणी वाले लोग लाभ उठा सकते हैं। सरकार भी आवेदक को विवाह के लिए पोषाक, पायल-बिछिया, सात बर्तन, एक जोड़ी कपड़े और एक स्मार्टफोन देती है। इस योजना का लाभ यूपी की तलाकशुदा और विधवा महिलाओं को भी मिल सकता है।
मुख्यमंत्री अभुदय योजना
हमारे देश का भविष्य विद्यार्थी हैं, जो आने वाले समय में देश को गौरवान्वित करेंगे। यह देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री अभुदय योजना शुरू की है. इस योजना के तहत, छात्रों को अब अपने राज्य में कोचिंग के लिए बाहर नहीं जाना होगा, बल्कि राज्य सरकार उन्हें मुफ्त में कोचिंग देगी।
यदि विद्यार्थी दूसरे जिले या राज्य में जाकर कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते हैं, तो उत्तर प्रदेश सरकार इस योजना के तहत विषय विशेषज्ञों से निःशुल्क कोचिंग लेंगे।
मुख्यमंत्री अभुदय योजना का लक्ष्य विद्यार्थियों को IPS, IAS, NDS, CDS, NIIT और JEE जैसे कम्पटीशन परीक्षाओं की तैयारी करने की सुविधा देना है। साथ ही, इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रशिक्षण भी मिलेगा। यह योजना छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से कोचिंग की सुविधा प्रदान करती है।
यूपी फ्री बोरिंग योजना
भारत कृषि प्रधान देश है, जहाँ अधिकांश लोग किसान हैं और उनका मुख्य आय का स्रोत खेती है। योगी सरकार ने इस बात को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के किसानों को सिंचाई की समस्याओं से बचाने के लिए यूपी फ्री बोरिंग योजना शुरू की है। लघु, सीमांत और अनूसूचित जाति/जनजाति और सामान्य जाति के कृषकों को सिंचाई के लिए निःशुल्क बोरिंग की सुविधा दी जाएगी, जो इस योजना के अन्तर्गत होगी। इसके अलावा किसान पम्प सेट बनाने के लिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं।
योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों के पास 0.2 हैक्टेयर से कम जमीन होनी चाहिए. अगर उनके पास इससे कम जमीन है, तो वे कृषक का समूह बना सकते हैं। UP फ्री बोरिंग योजना के माध्यम से किसानों को बोरिंग की सुविधा मिलने से उनके खेतों के फसलों को सही ढंग से सिंचाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है, जो राज्य के बच्चों के लिए है जिनके माता-पिता कोरोना संक्रमण के कारण मर गए हैं. इस योजना में बच्चों को आर्थिक सहायता दी जाएगी, साथ ही राज्य सरकार इन बच्चों की पढ़ाई, विवाह और अन्य खर्चों का भुगतान करेगी। राज्य की योगी सरकार इन बच्चों और अभिभावकों को मासिक चार हजार रुपये देगी। इस योजना को राज्य सरकार ने मई 2021 में शुरू किया था।
यदि यह योजना व्यापक रूप से लागू होती है, तो यह कोविड के कारण अपनों को खोने वाले बच्चों की मदद करेगी। इस योजना के तहत, बच्चे को दस वर्ष से कम होने पर, यदि उनका कोई अभिभावक नहीं है, सरकारी बाल गृह में भेजा जाएगा, जहां उन्हें सभी सुविधाएं मिलेंगी।
यूपी पारिवारिक लाभ योजना
राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना यूपी, जिस परिवार में एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति का अकाल मर गया है, ऐसे परिवारों को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत ऐसे परिवार को ३० हजार रुपये की एकमुश्त सहायता दी जाती है। सरकार द्वारा इस तरह की सहायता राशि देने से जरूरतमंद की सहायता होगी क्योंकि जब किसी परिवार का एकमात्र कमाने वाला व्यक्ति मर जाता है, तो परिवार को तत्काल गुजर बसर करने का कोई रास्ता नहीं मिलता है। पारिवारिक लाभ की सहायता राशि लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना
सरकार ने इस योजना को लाखों कामगारों के हित में शुरू किया है, जो राज्य के मजदूरों को सहायता राशि देती है। प्रदेश में लगभग 15 लाख दैनिक/निर्माण क्षेत्र के मजदूरों (जैसे रेहड़ी वाला, फेरी वाला, मोची, बढ़ई, लोहार, फेरी वाला) को एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह योजना कोरोना काल में सरकार द्वारा शुरू की गई थी, क्योंकि लोगों को मजदूरी, रेहड़ी पटरी, फेरी वाला आदि छोटे मोटे आय के स्रोत बंद हो गए थे, जिससे सभी बेरोजगार हो गए थे।
कन्या सुमंगला योजना
प्रदेश सरकार ने बेटियों के भविष्य को देखते हुए कन्या सुमंगला कार्यक्रम शुरू किया है। सरकार सुमंगला कार्यक्रम के तहत बेटी का जन्म से शादी तक का पूरा खर्च उठाएगी। इस योजना के तहत कन्याओं को 15000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। सरकार ने भी कुछ योग्यता मानदंड निर्धारित किए हैं, जिसे पूरा करने वाले परिवार की बेटियों को इस योजना का लाभ मिलेगा। तीन लाख रुपये से कम की वार्षिक आय वाले परिवारों की बेटियों को ही इसका लाभ मिलेगा। निम्नलिखित किस्तों में इस कार्यक्रम की धनराशि दी जाती है:
- पहली बार— लाभार्थी कन्याओं को सुमंगला योजना की पहली 2,000 रुपये की किस्त बालिका के जन्म से लेकर छह महीने की उम्र तक दी जाती है।
- दूसरी खंड— बालिका को पहले वर्ष में होने वाले सभी टीकाकरण के बाद अगली बार 1000 रुपये मिलेंगे।
- तीसरी कड़ी सुमंगला योजना की तीसरी किस्त बच्ची को स्कूल में एडमिशन (पहली कक्षा) देने के समय दी जाएगी, जो 2000 रुपये की होगी।
- चौथी कड़ी: बालिका छठी कक्षा में प्रवेश करते समय उन्हें योजना की चौथी किस्त के रूप में 2,000 रुपये मिलेंगे।
- पांचवी किस्त—तीन हजार रुपये—उन्हें नवीं कक्षा में प्रवेश करने के बाद दी जाएगी।
- छठी किस्त: बालिका को दसवीं या बारहवीं पास करने पर 5000 रुपये मिलेंगे।
Conclusion
यूपी योगी योजना 2022 (UP Yogi Yojana 2022) के बारे में आज की पोस्ट में हमने आपको बताया है। हम उम्मीद करते हैं कि आप हमारा लेख पसंद करेंगे और इसे शेयर करेंगे।
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FAQ
लड़कियों के लिए शिक्षा से संबंधित योजनाएं क्या हैं?
इस बारे में जानकारी प्रदान की गई है कि कैसे यूपी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बच्चियों का समर्थन कर रही है।
लड़कियों के लिए रोजगार से संबंधित कौन-कौन सी योजनाएं हैं?
इस भाग में वर्गीकृत किया गया है कि कैसे यूपी सरकार लड़कियों को रोजगार के क्षेत्र में साथी बनाने के लिए कदम उठा रही है।
श्रमिक योजना के लिए पंजीकरण कहाँ करवा सकता हूँ?
आप नजदीकी श्रम विभाग के कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से जाकर या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से श्रमिक योजना में पंजीकरण करवा सकते हैं।