Aryan village Ladakh Pregnancy Tourism: लद्दाख के इन आर्य घाटी गांवों के बारे में पहले कोई इंटरनेट नहीं था। इंटरनेट के आने के बाद दूर-दूर से लोग यहां आने लगे, Brokpa Ladakh Pregnancy Tourism गांवों में कहा जाता है कि ये महिलाएं शुद्ध आर्य बीज ब्रोकपाओन के लिए आती हैं। इन गांवों में जर्मन महिलाओं के आगमन के बारे में बहुत कुछ ज्ञात है। कारगिल से सत्तर किलोमीटर दूर स्थित आर्य वैली गांव पुरुषों के लिए मशहूर है। इस गांव में यूरोप से लड़कियां और महिलाएं मां बनने की चाहत लेकर आती हैं।
UP News Hindi: : भारत में आज भी कई संस्कृतियां सदियों से चली आ रही हैं। देश में कई जगह हैं जिसके बारे में लोगों को पता नहीं है। कुछ जनजाति कैमरे से दूर रहकर कबीलों में रहते हैं। इसी तरह का एक गांव लद्दाख में है। इस गांव के बहुत कम लोग हैं। यहां के मर्द, जो विदेशी महिलाओं को जन्म देना चाहते हैं, इस गांव की खासियत हैं। आइये आपको इस अजीब गांव और उसकी पुरुषों के बारे में बताते हैं।
Ladhakh Arya Valley महिलाएं इस गांव में मां बनने की इच्छा लेकर आती हैं।
लद्दाख खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन कारगिल से सत्तर किलोमीटर दूर स्थित आर्य वैली गांव पुरुषों के लिए जाना जाता है। यूरोप से लड़कियां और महिलाएं इस गांव में मां बनने की इच्छा लेकर आती हैं। वे गर्भवती होने पर वापस अपने देश चली जाती हैं। विदेशी लड़कियों की इस चाहत का कारण बहुत आश्चर्यजनक है।
इतिहास पर नज़र डालें तो पता चलेगा कि अलेग्जेंडर द ग्रेट भारत में पराजय के बाद लौटते समय इसी गांव में रुक गया था। वे आर्यन वैली नामक गांव में रहे। इन्हें ब्रोकोपा जनजाति और अलेग्जेंडर महान की सेना का वंशज बताया जाता है। इसी जनजाति के कारण अब आर्यन वैली गांव विश्व प्रसिद्ध है।