Uttrakhand: तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और आसान पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए चार धाम यात्रा “Char Dham Yatra Registration” 2024 में केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे पवित्र स्थानों तक फैली चार धाम यात्रा पर पंजीकरण अनिवार्य होगा। पंजीकरणकर्ता आधार कार्ड या पासपोर्ट जैसे दस्तावेजों के साथ बायोमेट्रिक या ऑनलाइन पंजीकरण का विकल्प चुन सकते हैं। ऑनलाइन पंजीकरण में चार चरण हैं: फॉर्म भरना, आईडी प्रूफ देना और ओटीपी के माध्यम से सत्यापन करना, जो एक विशिष्ट पंजीकरण संख्या देता है। तीर्थयात्रा मार्ग पर ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर एक सुविधाजनक विकल्प हैं।
UP News Hindi: देश भर के भक्तों के लिए चार धाम यात्रा, बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के पवित्र मंदिरों को शामिल करने वाली एक प्रतिष्ठित तीर्थयात्रा है। उत्तराखंड सरकार ने 2024 में चार धाम यात्राओं के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है, ताकि तीर्थयात्रियों को आराम से यात्रा करने की सुविधा मिले।
2024 में चार धाम यात्रा की तारीखें
- यमुनोत्री 12 मई 2024
- केदारनाथ 10 मई 2024
- बद्रीनाथ 12 मई 2024
- गंगोत्री 12 मई 2024
चार धाम यात्रा का पंजीकरण 2024
अनिवार्य: उत्तराखंड सरकार ने सुरक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए चार धाम यात्रा पर जाने वाले सभी लोगों को पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है। 2024 में चार धाम यात्रा: फोटोमेट्रिक या बायोमेट्रिक पंजीकरण प्रकार: इस प्रकार का पंजीकरण, जो 2013 की केदारनाथ बाढ़ के बाद शुरू हुआ, पर्यटकों की सटीक पहचान के लिए उनके बायोमेट्रिक डेटा को संग्रहित करना शामिल है। ऑनलाइन पंजीकृत करना: पर्यटक कहीं से भी इंटरनेट के साथ आसानी से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
चार धाम यात्रा: पंजीकरण कैसे करें
Online: वेबसाइट: उत्तराखंड टूरिस्ट केयर की वेबसाइट (https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/) पर जाएं या ऐप डाउनलोड करने के लिए एक प्ले स्टोर या ऐप खरीदें।
चार धाम यात्रा 2024 के लिए आवश्यक दस्तावेज,
मान्य आईडी प्रमाण: यात्रियों को आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस लाना होगा। ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए इन दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां चाहिए।
चार धाम यात्रा ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और “रजिस्टर/लॉगिन” पर क्लिक करें। नाम, पता, संपर्क विवरण और पहचान विवरण के साथ पंजीकरण फॉर्म भरें।
- ईमेल पता और मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से पंजीकरण को सत्यापित करें। दिए गए क्रेडेंशियल का उपयोग करके डैशबोर्ड में लॉग इन करें।
- यात्रा की तिथियों और स्थानों का विवरण, साथ ही आने वाले लोगों और यात्रा योजना का विवरण प्रदान करें।
- वैध ID प्रमाणों की स्कैन की गई नकल अपलोड करें।
- विशिष्ट पंजीकरण संख्या, या यूआरएन, पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से प्राप्त करें।
- यात्रा के दौरान सबूत के रूप में चार धाम यात्रा पंजीकरण पत्र डाउनलोड करें।
चार धाम यात्रा ऑफ़लाइन पंजीकरण प्रक्रिया
चार धाम यात्रा मार्ग के अलग-अलग स्थानों पर निर्धारित ऑफ़लाइन पंजीकरण काउंटरों पर जाएँ। आवश्यक विवरणों के साथ पंजीकरण फॉर्म भरें और वैध आईडी प्रमाणों की ज़ेरॉक्स प्रतियां जमा करें। पंजीकरण के प्रमाण के रूप में पुष्टिकरण पर्ची या कार्ड प्राप्त करें।
अधिक जानकारी के लिए, यहां कुछ आम प्रश्नों की सूची है: 2024 में चार धाम यात्रा कब शुरू होगी?
चार धाम यात्रा कौन-कौन से स्थलों पर होती है?
चार धाम यात्रा में ये चार प्रमुख स्थल शामिल होते हैं: यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, और बद्रीनाथ।
चार धाम यात्रा के लिए जरूरी तयारियाँ क्या हैं?
चार धाम यात्रा के लिए तात्कालिक तैयारियों में यात्रा के लिए टिकट, अवस्थान, भोजन, और पूजा की व्यवस्था शामिल होती है।
चार धाम यात्रा का कितना लंबा समय लगता है?
चार धाम यात्रा का सम्पूर्ण कार्यक्रम आमतौर पर 10 से 15 दिनों का होता है।
चार धाम यात्रा के दौरान कौन-कौन से आध्यात्मिक स्थलों का दौरा किया जा सकता है?
चार धाम यात्रा के दौरान गौमुख, वासुदेव मन्दिर, त्रियुगनरायण मन्दिर, और गौरिकुंड जैसे आध्यात्मिक स्थलों का भी दर्शन किया जा सकता है।
चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुल्क क्या है?
चार धाम यात्रा के लिए कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है।
मैं चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण कैसे कर सकता हूं?
ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट – https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php पर जाएं।
क्या चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है?
हां, यात्रा शुरू करने से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण अनिवार्य है।